चंदा मामा गोल मटोल
चंदा मामा गोल मटोल
कुछ तो बोल कुछ तो बोल
कल थे आधे आज हो गोल
खोल भी दो अब अपनी पोल
रात होते ही तुम आ जाते
संग संग सितारे लाते
और दिन मे कहा छिप जाते हो
कुछ तो बोल कुछ तो बोल
वो भी भागी ले पिचकारी
हो गया न आज कमाल
चंदा मामा गोल मटोल
कुछ तो बोल कुछ तो बोल
कल थे आधे आज हो गोल
खोल भी दो अब अपनी पोल
रात होते ही तुम आ जाते
संग संग सितारे लाते
और दिन मे कहा छिप जाते हो
कुछ तो बोल कुछ तो बोल
वो भी भागी ले पिचकारी
हो गया न आज कमाल
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